8000 नागा साधु बनने की पहली सीढ़ी चढ़ेंगे, कठिन परीक्षा के बाद इस मुकाम तक पहुंचने की प्रक्रिया
RNE Network
प्रयागराज महाकुंभ आरम्भ होने में अब कुछ घन्टे ही शेष रह गए हैं। महाकुंभ में नागा साधु बनने की प्रक्रिया भी शुरू होगी। नागा साधु बनने की पहली सीढ़ी के रूप में 8000 लोग पितरों का श्राद्ध और खुद का पिंडदान कर सन्यास लेंगे।
ये लोग अलग अलग अखाड़ों की ओर से शुभ मुहूर्त में विधिक अनुष्ठान के साथ 24 घन्टे निराहार रहकर सन्यास धारण करेंगे। सन्यासी बनने के बाद नागा साधु बनने के मुकाम तक पहुंचने में 10 साल तक लग सकते हैं। इसमें भी कितने लोग कठिन जीवन परीक्षा पास कर मुकाम तक पहुंचेंगे, यह कहना सम्भव नहीं।
लेकिन संगम के किनारे ये लोग श्रद्धालुओं में चर्चा का केंद्र बने हुए हैं। जूना अखाड़े के साधुओं के अनुसार अखाड़े की चार मढियो ( ठिकानों ) के महंत सन्यासी बनने की प्रक्रिया पूरी कराते हैं। रात में अखाड़े के अंदर सभी विजया हवन करते हैं। इसके बाद ही कोई व्यक्ति सन्यास की तरफ बढ़ता है।